Monday, October 28, 2019

जन स्वस्थ्य रक्षको को लेकर हुई थी लोकसभा में चर्चा क्या निकला परिणाम

  Vijay Bahadur Singh       Monday, October 28, 2019
कृपया इस विडियो को देखने के बाद ही उस फैसले को देखे साड़ी जानकारिय इंडियन कानून की वेबसाइट पर से लिए गये है -


Lok Sabha Debates
Regarding Hunger Strike Of The Community Health Workers (C.H.W.) In ... on 27 February, 2001
Title: Regarding hunger strike of the Community Health Workers (C.H.W.) in Haryana and Rajasthan.
श्री रामजीलाल सुमन (फिरोजाबाद): अध्यक्ष महोदय, १९७७ में जब श्री राजनारायण भारत के स्वास्थ्य मंत्री थे तो एक हजार की आबादी पर एक स्वास्थ्य रक्षक रखा गया था जिस का प्रति माह का वेतन ५० रुपए था। २४ साल बीत जाने के बाद भी उसकी तनख्वाह केवल ५० रुपए है।
१२०७ बजे (उपाध्यक्ष महोदय पीठासीन हुए) राजस्थान और हरियाणा की सरकारों ने उनको ५० रुपए तनख्वाह भी नहीं दी। ३ लाख २० हजार जन स्वास्थ्य रक्षक हैं, सी.एस.डबल्यू. हैं। ये लोग बराबर अपनी समस्याओं के लिए स्वास्थ्य मंत्री से मिलते रहे। १५ दिसम्बर से इन लोगों ने प्रदर्शन किया। ये लोग आन्दोलन कर रहे हैं। जब श्री इन्द्र कुमार गुजराल भारत के प्रधान मंत्री थे तो उन्होंने इनकी समस्याओं के सम्बन्ध में मद्रास उच्च न्यायालय के सेवा निवृत्त न्यायाधीन श्री पी.के. उमाशंकर की अध्यक्षता में एक विशेष समति बनाई थी। उस विशेष समति ने अपनी रिपोर्ट भारत सरकार को दे दी है। मैं व्यक्तिगत तौर से खुद स्वास्थ्य मंत्री से मिला। हमने प्रार्थना करके उनसे कहा कि ५० रुपए प्रति माह वेतन का कोई अर्थ नहीं है। इनका वेतन नए सिरे से सुनिश्चित किया जाए। इसके बाद भी सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। २१ तारीख से पांच लोग आमरण अनशन कर रहे हैं। आज लगभग ४०० लोग आमरण अनशन करेंगे। निरन्तर सम्पर्क करने के बावजूद सरकार ने इस दिशा में कोई सार्थक पहल नहीं की है। जब श्री अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधान मंत्री नहीं थे और राज्य सभा के सदस्य थे तो १४ नवम्बर १९८४ को श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने इन लोगों की वकालत की थी। इससे बड़ा अन्याय कोई नहीं हो सकता। २२-२३ साल व्यतीत होने के बाद भी उनका वेतन ५० रुपए प्रति माह है। इस कारण वे लोग बराबर आन्दोलन और आमरण अनशन कर रहे हैं। हमने लोक सभा के पिछले सत्र में भी यह सवाल उठाया था लेकिन अफसोस की बात है कि जिन समस्याओं को प्राथमिकता के तौर पर सरकार को लेना चाहिए, उन्होंने उसे नहीं लिया। …( व्यवधान )यह बहुत गम्भीर मामला है। सरकार इस बारे में क्या करने वाली है? …( व्यवधान )वे ४०० लोग मर जाएंगे। सरकार को अविलम्ब इस दिशा में कुछ करना चाहिए।…( व्यवधान )हम यहां जो सवाल उठाते हैं, सरकार उन्हें गम्भीरता से नहीं लेती हैं। वे केवल औपचारिकता मात्र बन कर रह जाते हैं। …( व्यवधान )
(p/1210/skb-rc) सरकार क्यों नहीं कर रही है? उपाध्यक्ष महोदय, यह बहुत गंभीर मामला है। सरकार कुछ करती नहीं है। ऐसा नहीं हो सकता…( व्यवधान )उपाध्यक्ष महोदय, स्वास्थ्य मंत्री जी को यहां बुलाइये।
श्री मुलायम सिंह यादव (सम्भल): उपाध्यक्ष महोदय, हमें इस मसले पर ज्यादा समय नहीं लेना है लेकिन बेइन्साफी की एक सीमा होती है। पिछले २३-२४ साल से उन्हें ५० रुपये मिल रहे हैं। राजस्थान और हरियाणा सरकारों ने पिछले १५ सालों से उन लोगों को एक रुपया भी नहीं दिया है। इस बीच में वेतन आयोग लागू हो चुका है। जो लोग गांवो में सेवा भाव से काम करना चाहते हैं, उन लोगों को कुछ नहीं देना, यह अपने आप में एक गंभीर बात है। वे दवाइयां देने का काम करते हैं। ऐसे बहुत से लोगों ने सीख लिया है। यदि उनको पैसा नहीं मिलेगा तो क्या करेंगे? आज वे आमरण अनशन पर बैठे हुये हैं। हम चाहते हैं कि संसदीय कार्य मंत्री बैठे हुये हैं, संसाधन विकास मंत्री डा. जोशी बैठे हुये हैं। उनको गरीब लोगों से कोई मतलब नहीं है..
उपाध्यक्ष महोदय : वे चिन्तन कर रहे हैं।
श्री मुलायम सिंह यादव (सम्भल): मैं संसदीय कार्य मंत्री जी से प्रार्थना करूंगा कि वे सदन को आश्वासन दें या ऐसा बयान दिया जाये जिससे समस्या का समाधान निकल सकता हो। आखिरकर मानवता का सवाल है।
श्री बसुदेव आचार्य (बांकुरा): उपाध्यक्ष जी, २३ साल हो गये जब ५० रुपये तय किया गया था।
MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri Acharia, he has taken up the matter during `Zero Hour’. It cannot be a matter for discussion. I have called Shri K.P. Singh Deo.
श्री रामजीलाल सुमन (फिरोजाबाद): संसदीय कार्य मंत्री बैठे हुये हैं।
MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri Ramji Lal Suman, I cannot compel the Government to give a reply.
… (Interruptions)
श्री रामजीलाल सुमन (फिरोजाबाद): उपाध्यक्ष महोदय, वे आमरण अनशन कर रहे हैं। आप संसदीय कार्य मंत्री को निर्देश कीजिय़े।
MR. DEPUTY-SPEAKER: Shri Ramji Lal Suman, you should know this is `Zero Hour’. You cannot compel the Minister to reply.
… (Interruptions)
SHRI K.P. SINGH DEO (DHENKANAL): Mr. Deputy-Speaker, Sir, I am raising a matter of urgent public importance… (Interruptions)
श्री बसुदेव आचार्य (बांकुरा):={ÉÉvªÉFÉ VÉÉÒ, àÉÆjÉÉÒ VÉÉÒ ¤Éè~ä cÖªÉä cé* MR. DEPUTY-SPEAKER: I cannot compel the Government to reply.
… (Interruptions)
संसदीय कार्य मंत्री तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री (श्री प्रमोद महाजन): उपाध्यक्ष जी, जीरो ऑवर में इसके बारे में कोई निर्णय देना ठीक नहीं लगता। जो मुद्दा यहां उठाया गया है, वह स्वास्थ्य मंत्री जी की नजर में लाया जायेगा।
१२१४ बजे ( तत्पश्चात् श्री मुलायम सिंह यादव तथा कुछ अन्य माननीय सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।) MR. DEPUTY-SPEAKER: Now, Shri K.P. Singh Deo will speak.
… (Interruptions)
MR. DEPUTY-SPEAKER: Nothing will go on record now.
SHRI K.P. SINGH DEO (DHENKANAL): Sir, I am raising a matter of urgent public importance… (Interruptions)

SHRI SOMNATH CHATTERJEE (BOLPUR): Sir, of course, I would have expected the hon. Minister for Parliamentary Affairs not only to report it but report it with sympathy.
logoblog

Thanks for reading जन स्वस्थ्य रक्षको को लेकर हुई थी लोकसभा में चर्चा क्या निकला परिणाम

Previous
« Prev Post

1 comment:

  1. Casino in Maryland - Dr.MCD
    The casino is 오산 출장샵 a two-story hotel and casino on the waterfront 용인 출장마사지 near Baltimore, 태백 출장안마 Maryland. 시흥 출장안마 The casino has been on the 남원 출장샵 Maryland Boardwalk for more than 40 years and has

    ReplyDelete